भ्रष्टाचार का कचरा
भ्रष्टाचार से आज़ादी: मेरी कहानी, मेरी ज़ुबानी
कार्यक्रम के तहत वार्ड न १९ के नागरिकों ने अपने अपने अनुभव बताये
सभी नागरिकों ने बताया की इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या गंदगी है और इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है इसी के चलते पहल श्री राजेंद्र पाल जी ने पार्षद से लेकर कई अधिकारियों तक बात की पर नतीजा नहीं निकला तब उन्हें म.प्र. शासन द्वारा संचालित शिकायत के लिए शुरू किये गए भोपाल काल सेंटर का पता चला सो उन्होंने १५५३४३ पर अपने वार्ड की शिकायत दर्ज करवाई बहुत मशकत के बाद कार्यवाही के तोर पर स्थानीय स्वीपरों को भेजा गया येह ये बताना जरुरी है की इस शेत्र मे एक हरिजन बस्ती है जंहा रहने वाले लोग मुख्य रूप से सरकारी सफाई कर्मचारी है वार्ड के लोगों ने बताया की यहाँ के लिए जिन सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है वे लोग दादागिरी करते है और कुछ कहने पर हरिजन ठाणे में रिपोर्ट करने की धमकी देते हैं इससी के चलते अजब शिकायत पर सफाई कर्मचरियों को भेजा गया तो उन्होंने बिना कार्य किये ही शिकायत पूरी होने के हस्ताक्षर करने के लिए लोगों को बाध्य किया उनके इनकार करने खुद ही जाली हस्ताक्षर कर दिए नागरिकों ने फ्हिर से काल सेण्टर पर काल किया तब बात सफाई दरोगा तक पहुची उसने भी अनुचित वह्वार करते हुए खाना पूर्ति कर दी और कहा की यदि सफाई करवाना है तो पैसा देना पड़ेगा वर्ना ऐसे ही रहो सीधे तोर पर सफाई कर्मचारियों ने जिस कार्य के लिए उन्हें नियुक्त किया गया है उस्सी के लिए रिश्वत मांगी
इस समस्या के लिए अब मिडिया एक्शन ग्रुप ने बीड़ा उठाया है
वन्ही रामू पटेल गी ने बाते किस तरह उनसे सरकारी अस्पताल मे रिश्वत मांगी गई जब वे अपने पिता को म.य.हॉस्पिटल में बहती करवाने गए तो साडी कार्यवाही पूरी करने के वावजूद उनसे चपरासी ने १००० रूपये लेने के बाद ही गंरल वार्ड मे पलग अलोट किया
सभी नागरिकों ने बताया की इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या गंदगी है और इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है इसी के चलते पहल श्री राजेंद्र पाल जी ने पार्षद से लेकर कई अधिकारियों तक बात की पर नतीजा नहीं निकला तब उन्हें म.प्र. शासन द्वारा संचालित शिकायत के लिए शुरू किये गए भोपाल काल सेंटर का पता चला सो उन्होंने १५५३४३ पर अपने वार्ड की शिकायत दर्ज करवाई बहुत मशकत के बाद कार्यवाही के तोर पर स्थानीय स्वीपरों को भेजा गया येह ये बताना जरुरी है की इस शेत्र मे एक हरिजन बस्ती है जंहा रहने वाले लोग मुख्य रूप से सरकारी सफाई कर्मचारी है वार्ड के लोगों ने बताया की यहाँ के लिए जिन सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है वे लोग दादागिरी करते है और कुछ कहने पर हरिजन ठाणे में रिपोर्ट करने की धमकी देते हैं इससी के चलते अजब शिकायत पर सफाई कर्मचरियों को भेजा गया तो उन्होंने बिना कार्य किये ही शिकायत पूरी होने के हस्ताक्षर करने के लिए लोगों को बाध्य किया उनके इनकार करने खुद ही जाली हस्ताक्षर कर दिए नागरिकों ने फ्हिर से काल सेण्टर पर काल किया तब बात सफाई दरोगा तक पहुची उसने भी अनुचित वह्वार करते हुए खाना पूर्ति कर दी और कहा की यदि सफाई करवाना है तो पैसा देना पड़ेगा वर्ना ऐसे ही रहो सीधे तोर पर सफाई कर्मचारियों ने जिस कार्य के लिए उन्हें नियुक्त किया गया है उस्सी के लिए रिश्वत मांगी
इस समस्या के लिए अब मिडिया एक्शन ग्रुप ने बीड़ा उठाया है
वन्ही रामू पटेल गी ने बाते किस तरह उनसे सरकारी अस्पताल मे रिश्वत मांगी गई जब वे अपने पिता को म.य.हॉस्पिटल में बहती करवाने गए तो साडी कार्यवाही पूरी करने के वावजूद उनसे चपरासी ने १००० रूपये लेने के बाद ही गंरल वार्ड मे पलग अलोट किया
श्री साहू के घर के बिजली के बिल की नियात तिथि से पहले ही विद्युत् विभाग के लोग बिजली काटने पहुच गए जब कहा की नियत तिथि तो दूर है तो बोले या तो २०० रूपये दो वर्ना हम बिजली काटने आये है तो ये काम कर के ही जयींगे और बाकी हम कुछ नहीं जानते
इस प्रकार लोगो ने अनुभव बताये साथ ही यह भी तय किया की अब वे इस भ्रष्टाचार की प्रथा को ख़त्म करने के लिए जो हो सके करेंगे ...........................................................................
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