Tuesday 26 July 2011

BEAWAR- picked Bulbul, Dhanraj, Sneha from streets, talked to parents and sent to school; How to ensure quality when Teachers are neglected and engaged in non productive tasks??



1 comment:

  1. पत्रिका का ये अभियान सराहनीह है लेकिन इस अभियान पर पूरी तरह से काम नही किया गया ब्यावर में जिन बच्चो को पत्रिका के माध्यम से जोड़ा गया क्या आज भी वो बच्चे स्कूल जा रहे है
    आप को बता दू कि आज भी ब्यावर के अजमेर रोड पर मोतीपुर स्कूल से 40 कदम पर 10 से अधिक बच्चे स्कूल से वंचित है उनका नाम तो स्कूल में जुडा हुआ है पर आज तक स्कूल वाले लेने नही आये और बच्चे स्कूल गए तो उनको वहा से भगा दिया
    ऐसे में पत्रिका का अभियान आज भी अधुरा है
    आप मेरी बात पर ध्यान जरुर दीजियेगा
    श्री मानजी

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