Saturday 16 July 2011

Dungarpur - Private Schools still tough to handle

निजी पर नहीं नकेल
- आरटीई के तहत निशुल्क प्रवेश का मामला
- निजी संस्था प्रधान नहीं भेज रहे सूचनाएं
- आओं पढ़ाएं, सबको बढ़ाएं अभियान

कार्यालय संवाददाता @ डूंगरपुर
सरकार ने ढाई लाख रुपए तक सालाना आय वाले अभिभावकों के बच्चों को निजी विद्यालय की प्रथम कक्षा में निशुल्क दाखिले का अधिकार तो दे दिया है। पर, निजी विद्यालयों पर प्रशासनिक अधिकारियों की नकेल कमजोर पड़ती दिख रही है। अधिकारियों की ओर से बार-बार आरटीई के तहत हुए निशुल्क प्रवेश की सूचनाएं मंगाए जाने के बावजूद निजी विद्यालय के संस्थाप्रधानों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही हैं।

ये मांगी सूचनाएं
प्रारभिक शिक्षा विभाग ने निजी विद्यालयों के संस्थाप्रधानों से विद्यालय की प्रथम कक्षा, कुल सीटे, निशुल्क सीटों की संया, निशुल्क सीटों पर प्रवेश की स्थिति आदि के संबंध में सूचनाएं मांगी थी। पर, कार्रवाई के डर से कुछ ही संस्थाप्रधानों की सूचनाएं कार्यालय में जमा हुई। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारभिक कार्यालय ने बीईईओ कार्यालय के माध्यम से पहली बार पांच जुलाई तक प्रवेश की स्थिति के संबंध में सूचना मांगी थी। इसके बाद एक बार फिर नौ जुलाई को सूचनाएं मांगी गई। लेकिन, हालात जस के तस बने हुए हैं।

यह कहता है कानून
आरटीई के तहत निजी विद्यालयों की प्रथम कक्षा में 25 फीसदी सीटों पर निर्धन एवं गरीब परिवारों के बच्चों को प्रवेश देना अनिवार्य है। साथ ही कानून के संबंध में विभाग की ओर से मांगी जाने वाली सूचनाएं नहीं देने पर मान्यता निरस्त संबंधित कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।
अंतिम अल्टीमेटम 

जिले भर के निजी विद्यालयों के संस्था प्रधानों को अंतिम 20 जुलाई के पूर्व उनके विद्यालय में निशुल्क प्रवेश संबंधित सूचनाएं बीईईओ कार्यालय के माध्यम से देने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके बाद सूचनाएं नहीं भेजने वाले विद्यालयों की सूची उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।
- बंशीलाल रोत, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारभिक
आंकड़ा सात सौ पार
डूंगरपुर। राजस्थान पत्रिका और मीडिया एक्शन ग्रुप की ओर से चलाए गए आओं पढ़ाएं, सबको बढ़ाएं अभियान के तहत शुक्रवार को अलग-अलग विद्यालयों में प्रवेशित हुए 49 बच्चों के साथ ही प्रवेश का कुल आंकड़ा 742 पहुंच गया है। अभियान के प्रति गांवों में भरपूर उत्साह नजर आ रहा है। पिण्डावल के राउप्रावि पडोली में संस्थाप्रधान नटवरलाल जोशी के सान्निध्य में छह नवीन व 15 डॅाप आउट विद्यार्थियों सहित कुल 21 बच्चों को विद्यालय से जोड़ा गया। अध्यापकों ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को तिलक व हार पहनाकर स्वागत किया। जोशी ने कहा कि अभियान से प्रेरित होकर अभिभावक ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालयों से जोड़ रहे हैं। इस मौके पर बंशीलाल कलाल, श्यामसुंदर पुरोहित, शारीरिक शिक्षक दिनकर जोशी, जयंतिलाल डेण्डोर, सुभाषचंद्र डेण्डोर, एसएमसी अध्यक्ष शिवसिंह, रघुनाथसिंह शामिल हुए। इसी तरह न्यू डिसेंट एकेडमी स्कूल पिण्डावल में निदेशक राजेश पाटीदार ने सोनल रमेश मीणा, विजय तुलसीराम मीणा, दुर्गेश हेमराज मीणा को नि:शुल्क प्रवेश दिया। प्रधानाध्यापक चंद्रवीरसिंह चौहान ने विद्यार्थियों का स्वागत किया। इस मौके पर अध्यापिका नेहा भाटीया, मोनिका पाण्डे शामिल हुए।
साबला के राउप्रावि भूडन का वेला में संस्थाप्रधान शंकरलाल चौबीसा, पूर्व सरपंच मोहनलाल मीणा, वालचंद मीणा के आतिथ्य में 25 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। संस्थाप्रधान ने पत्रिका के अभियान की प्रशंसा की। इस मौके पर भावजी मीणा, हिमतसिंह चौहान, मधुकांता भावसार, दुलेसिंह, लक्ष्मी बुनकर शामिल हुए।

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