मुफ्त में सीखेंगे ए फॉर एपल
कार्यालय संवाददाता @ बीकानेर
ईदगाह बारी और नयाशहर क्षेत्र के गरीब परिवारों के नौनिहाल बुधवार को खुश नजर आ रहे थे। उनको भी स्कूल की दहलीज पर कदम रखने का मौका मिला। आर्थिक रूप से कमजोर बीपीएल और अनुसूचित जाति वर्ग के 15 बच्चे अब अंग्रेजी माध्यम की स्कूल में ए-फॉर-एपल..बोलना सीखेंगे। नयाशहर क्षेत्र की बेसिक इंग्लिश स्कूल में प्रबंधन ने शिक्षा से वंचित इन बच्चों को तिलक लगा, मुंह मीठा करवाकर प्रवेश दिया गया। इन बच्चों के अभिभावकों में से कोई ऑटो चालक हैं तो कोई मेहनत-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं।
इन्होंने पाया प्रवेश
राजस्थान पत्रिका की ओर से आओ पढ़ाएं-सबको बढ़ाएं अभियान के तहत सिलसिलेवार प्रकाशित समाचारों पर इन गरीब बच्चों को प्रवेश मिला। बुधवार को दोपहर में बेसिक इंग्लिश स्कूल की प्राचार्य अबिका व्यास, व्यवस्थापक नारायण व्यास, आनंद व्यास तथा महेन्द्र रंगा ने रामदेव व्यास, रोहित घारु, राहुल घारु, कमल चांवरिया, सुमित घारु, पायल घारु, श्याम भारती, पवन लोहिया, तनीषा लोहिया, मुस्कान लोहिया, धीरज कुमार, गुन्नु चांवरिया, कृष्णा चांवरिया, मोहित रजवाणिया तथा रेखा बिश्नोई को तिलक लगाकर प्रवेश दिया।
कानून का पालन किया
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्रथम वर्ष की 25 प्रतिशत सीटों पर गरीब परिवारों के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया गया है। अब इन नौनिहालों का भविष्य सुधारने की जिमेदारी हमारे शिक्षण संस्थान की है।
नारायण व्यास, व्यवस्थापक, बेसिक इंग्लिश स्कूल
विद्यालय की दहलीज पर खिलखिलाए गरीब बच्चे
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत निजी स्कूलों में पच्चीस प्रतिशत सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए राजस्थान पत्रिका के समाचार अभियान ‘आओ पढ़ाएं-सब को बढ़ाएं’ का असर बुधवार को नोखा शहर में भी सामने आया। शहर में अब तक नौ बच्चों को प्रवेश दिया गया है। इनमें से चार बच्चों को आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, तीन बच्चों को स्वामी विवेकानन्द सैकण्डरी स्कूल व दो बच्चों को भगवान महावीर विद्या विहार सैकण्डरी स्कूल में प्रवेश दिया गया है। वहीं जय भवानी स्कूल प्रबंधन ने पात्र बच्चों को चिह्निïत कर पच्चीस प्रतिशत कोटे में समायोजन करने की तैयारी की है।
52 में प्रवेश खुला
नोखा की सभी 52 निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए प्रवेश खुला है। जैन आदर्श सीनियर सैकण्डरी, सन ब्राईट उच्च माध्यमिक, हनुमंत हैप्पी, बालबाड़ी उच्च माध्यमिक, नवीन आदर्श उच्च माध्यमिक, नामदेव उच्च माध्यमिक, जय तुलसी सीनियर सैकण्डरी, जय भवानी माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि प्रावधान के तहत ये सभी गरीब बच्चों को प्रवेश देने के लिए तैयार हैं। इस श्रेणी के बच्चे प्रवेश के लिए नहीं आ रहे। 31 जुलाई तक अभिभावक अपने बच्चों का प्रवेश करा सकता है।
इन वंचितों को मिला प्रवेश
शिक्षा के अधिकार के तहत जिन बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश मिला है, उनमें ध्रुव विश्नोई, रविन्द्र विश्नोई, अजय, विजय, आनंद, गौतम, उदित, हंसराज, देवेन्द्र शामिल हैं।
परिजनों में झिझक
स्कूलों की प्रारभिक कक्षाओं की पच्चीस प्रतिशत सीटों पर गरीब बच्चों के नामांकन के लिए निजी स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर सकारात्मक प्रयास नहीं कर रहे हैं। गरीब छात्र और उनके अभिभावक भी निजी स्कूलों के माहौल और तामझाम को देखकर घबरा रहे हैं।
चेतनराम गोदारा, सचिव उरमूल ज्योति संस्थान
सादर
रोहित पारीक, बीकानेर
ईदगाह बारी और नयाशहर क्षेत्र के गरीब परिवारों के नौनिहाल बुधवार को खुश नजर आ रहे थे। उनको भी स्कूल की दहलीज पर कदम रखने का मौका मिला। आर्थिक रूप से कमजोर बीपीएल और अनुसूचित जाति वर्ग के 15 बच्चे अब अंग्रेजी माध्यम की स्कूल में ए-फॉर-एपल..बोलना सीखेंगे। नयाशहर क्षेत्र की बेसिक इंग्लिश स्कूल में प्रबंधन ने शिक्षा से वंचित इन बच्चों को तिलक लगा, मुंह मीठा करवाकर प्रवेश दिया गया। इन बच्चों के अभिभावकों में से कोई ऑटो चालक हैं तो कोई मेहनत-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं।
इन्होंने पाया प्रवेश
राजस्थान पत्रिका की ओर से आओ पढ़ाएं-सबको बढ़ाएं अभियान के तहत सिलसिलेवार प्रकाशित समाचारों पर इन गरीब बच्चों को प्रवेश मिला। बुधवार को दोपहर में बेसिक इंग्लिश स्कूल की प्राचार्य अबिका व्यास, व्यवस्थापक नारायण व्यास, आनंद व्यास तथा महेन्द्र रंगा ने रामदेव व्यास, रोहित घारु, राहुल घारु, कमल चांवरिया, सुमित घारु, पायल घारु, श्याम भारती, पवन लोहिया, तनीषा लोहिया, मुस्कान लोहिया, धीरज कुमार, गुन्नु चांवरिया, कृष्णा चांवरिया, मोहित रजवाणिया तथा रेखा बिश्नोई को तिलक लगाकर प्रवेश दिया।
कानून का पालन किया
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्रथम वर्ष की 25 प्रतिशत सीटों पर गरीब परिवारों के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया गया है। अब इन नौनिहालों का भविष्य सुधारने की जिमेदारी हमारे शिक्षण संस्थान की है।
नारायण व्यास, व्यवस्थापक, बेसिक इंग्लिश स्कूल
विद्यालय की दहलीज पर खिलखिलाए गरीब बच्चे
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत निजी स्कूलों में पच्चीस प्रतिशत सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए राजस्थान पत्रिका के समाचार अभियान ‘आओ पढ़ाएं-सब को बढ़ाएं’ का असर बुधवार को नोखा शहर में भी सामने आया। शहर में अब तक नौ बच्चों को प्रवेश दिया गया है। इनमें से चार बच्चों को आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, तीन बच्चों को स्वामी विवेकानन्द सैकण्डरी स्कूल व दो बच्चों को भगवान महावीर विद्या विहार सैकण्डरी स्कूल में प्रवेश दिया गया है। वहीं जय भवानी स्कूल प्रबंधन ने पात्र बच्चों को चिह्निïत कर पच्चीस प्रतिशत कोटे में समायोजन करने की तैयारी की है।
52 में प्रवेश खुला
नोखा की सभी 52 निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए प्रवेश खुला है। जैन आदर्श सीनियर सैकण्डरी, सन ब्राईट उच्च माध्यमिक, हनुमंत हैप्पी, बालबाड़ी उच्च माध्यमिक, नवीन आदर्श उच्च माध्यमिक, नामदेव उच्च माध्यमिक, जय तुलसी सीनियर सैकण्डरी, जय भवानी माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि प्रावधान के तहत ये सभी गरीब बच्चों को प्रवेश देने के लिए तैयार हैं। इस श्रेणी के बच्चे प्रवेश के लिए नहीं आ रहे। 31 जुलाई तक अभिभावक अपने बच्चों का प्रवेश करा सकता है।
इन वंचितों को मिला प्रवेश
शिक्षा के अधिकार के तहत जिन बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश मिला है, उनमें ध्रुव विश्नोई, रविन्द्र विश्नोई, अजय, विजय, आनंद, गौतम, उदित, हंसराज, देवेन्द्र शामिल हैं।
परिजनों में झिझक
स्कूलों की प्रारभिक कक्षाओं की पच्चीस प्रतिशत सीटों पर गरीब बच्चों के नामांकन के लिए निजी स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर सकारात्मक प्रयास नहीं कर रहे हैं। गरीब छात्र और उनके अभिभावक भी निजी स्कूलों के माहौल और तामझाम को देखकर घबरा रहे हैं।
चेतनराम गोदारा, सचिव उरमूल ज्योति संस्थान
सादर
रोहित पारीक, बीकानेर
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