कॉलेज चुनाव में मैग का दखल
महाविद्यालय चुनाव नजदीक हैं सभी छात्र अपने महाविद्यालय को बेहतर स्वरुप में देखना चाहते हैं और इसी के चलते ओल्ड जी.डी.सी . कॉलेज में अपना दखल बनाते हुए मीडिया एक्शन ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय की कक्षा में छात्र संघ चुनाव जागरूकता अभियान के तहत
``छात्र संघ चुनाव और हमारी भागीदारी `` विषय पर छात्राओं ने अपने विचार रखे|
बहस में स्थानीय मुद्दे जेसे महाविद्यालय में होने वाली असुविधाओं से लेकर राजनैतिक वैचारिक समझ तक की बातें हुई| वहीँ छात्राओं ने महिला भागीदारी और महिलाओं की स्तिथि पर भी अपने विचार प्रकट किये|
वहीँ अपने कॉलेज की बात करते हुए छात्राओं ने बताया की यहाँ हालत बहुत ख़राब हैं किसी भी मुद्दे पर अगर आवाज़ उठाओ तो शेशनल में नम्बर काटने का डर रहता है और इसी लिए एक संगठित ढांचे की ज़रूरत है साथ ही एक ऐसे व्यक्ति की भी जो हमारी आवाज़ को आगे बड़ा सके|
बहस में स्थानीय मुद्दे जेसे महाविद्यालय में होने वाली असुविधाओं से लेकर राजनैतिक वैचारिक समझ तक की बातें हुई| वहीँ छात्राओं ने महिला भागीदारी और महिलाओं की स्तिथि पर भी अपने विचार प्रकट किये|
वहीँ अपने कॉलेज की बात करते हुए छात्राओं ने बताया की यहाँ हालत बहुत ख़राब हैं किसी भी मुद्दे पर अगर आवाज़ उठाओ तो शेशनल में नम्बर काटने का डर रहता है और इसी लिए एक संगठित ढांचे की ज़रूरत है साथ ही एक ऐसे व्यक्ति की भी जो हमारी आवाज़ को आगे बड़ा सके|
ओल्ड जी डी सी की परिधि राठौर का मानना है की छात्र संघ चुनाव से एक टेग मिलता है और यदि सही व्यक्ति का चुनाव हो जाये तो सुरक्षा भी महसूस होती है की किसी भी समस्या के लिए कोई है जिससे बात की जा सकती है |
ग्रीष्म त्रिवेदी कहती हैं जो भी सी.आर. बने कालेज और छात्रों के उद्धार के लिए कार्य करें|
स्नेह शर्मा कहती हैं अभी कॉलेज प्रशासन हमारी बात नहीं सुनता और छात्र संघ चुनाव से ही सिस्टम को बदलने के विकल्प मिल पाते हैं|
सोनाली ठाकुर जो की ए.वि .वि.पि से जुडी हैं कहती हैं हमारे शहर में छात्र संघ चुनाव का हाल ये है की कई प्रोफेसर्स को तो ये भी पता नहीं की चुनाव होने वाले हैं| ऐसे में पत्रिका कनेक्ट छात्र संघ चुनाव जागरूकता अभियान की प्रासंगिगता बहुत बढ़ जाती है .
स्नेह शर्मा कहती हैं अभी कॉलेज प्रशासन हमारी बात नहीं सुनता और छात्र संघ चुनाव से ही सिस्टम को बदलने के विकल्प मिल पाते हैं|
सोनाली ठाकुर जो की ए.वि .वि.पि से जुडी हैं कहती हैं हमारे शहर में छात्र संघ चुनाव का हाल ये है की कई प्रोफेसर्स को तो ये भी पता नहीं की चुनाव होने वाले हैं| ऐसे में पत्रिका कनेक्ट छात्र संघ चुनाव जागरूकता अभियान की प्रासंगिगता बहुत बढ़ जाती है .
मेग की अंकिता सिंह जो की बी .कॉम. की छात्र हैं उनका कहना है चुनाव जागरूकता का आधार है जहाँ व्यक्ति को मंच मिलता है सामाजिक सरोकारों से जुड़ने का और जो भी इस नेत्त्रत्व के लिए आगे बढे उसके लिए शिक्षा के सही अर्थों को समझना भी बेहद ज़रूरी है|
पत्रिका कनेक्ट से जुड़ कर में आगे भी ऐसी बहस को आगे बढ़ाना चाहती हूँ जिससे सिस्टम में सुधार हो सके|
पत्रिका कनेक्ट से जुड़ कर में आगे भी ऐसी बहस को आगे बढ़ाना चाहती हूँ जिससे सिस्टम में सुधार हो सके|
इस पूरी बहस में छात्र राजनीति से सीधे तौर से जुडी सुश्री श्रेष्ठा जोशी जो की डी.ए.वि.वि. से पी .एच. डी .कर रही हैं ने कहा जो मीडिया एक्शन ग्रुप की इस पहल से सामाजिक चेतना तो बढेगी ही साथ ही छात्रों का मनोबल भी बढ़ेगा और छात्र संघ चुनावों से छात्र छात्राओं का मनोबल तो बढ़ता ही है साथ ही नेत्रत्व क्षमता का भी विकास होता है जो की न केवल एक व्यक्ति के विकास में सहयोग करता है बल्कि किसी भी देश के लिए ज़रूरी है की उसकी भावी पीढ़ी में राजनैतिक समझ हो|
पूरी बहस में चुनाव प्रक्रिया पर बात हुई साथ ही अजेंडा तय करते हुए मुख्य मुद्दे के रूप में फेकल्टी से होने वाली परेशानियों को रखते हुए ये बात सामने आई की यहाँ कई कक्षाएं ऐसी भी होती हैं जहाँ शिक्षक अपनी जगह जूनियर्स और स्टूडेंटस को क्लास लेने भेज देते हैं और जो ठीक से विषय नहीं पढ़ा पाते वहीँ होस्टल में हमसे ही बर्तन धुलवाए जाते हैं| सुरक्षा की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है जबकि ये गर्ल्स कॉलेज है| और इस सिस्टम को हम बदलना चाहते हैं सभी ने इस बात को माना की सही माइनों में शिक्षा को समझना तो ज़रूरी है ही साथ ही हर युवा को देश के विकास के लिए राजनैतिक समझ होना भी ज़रूरी है |
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